बटखेम कालिंका माता मंदिर उत्तराखण्ड के टिहरी जिले में स्थित है बटखेम तक पहुंचने के लिए आपको टिहरी से चंबा सड़क पर जाना होगा यहां से मंदिर लगभग 5 -8 किमी० की दूरी पर स्थित है
ऐसा मंदिर जहाँ सामने होते हैं चमत्कार बिना बोले बता देती है माता मन्नत बटखेम कलिंका माता मंदिर टिहरी हर प्रकार से होती है मन्नत पूरी कलिंका माता मंदिर टिहरी
बटखेम कालिंका माता मंदिर तक पहुंचने के लिए जिलेवार रास्ता
देहरादून से टिहरी Dehradun – Tehri
देहरादून – ऋषिकेश – टिहरी
कुमाऊं से टिहरी Kumaon – Tehri
कुमाऊं – अल्मोड़ा – चमोली – रुद्रप्रयाग – पौड़ी – टिहरी
बटखेम मां कालिंका मंदिर में श्रद्धालु
बटखेम मां कालिंका के मंदिर में देश के अनेक हिस्सों से श्रद्धालु आते हैं और यह मंदिर स्थानीय स्तर पर बेहद प्रसिद्ध है कहा जाता है की मंदिर श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक है जहां लोगो को बेहद श्रद्धा है।
बटखेम काली मंदिर में चमत्कार
- बटखेम कालिंका मां को चमत्कार की देवी भी कहते हैं क्योंकि यहां मां देवी स्वयं अपने पश्वा (जिन पर माता अवतरित होती हैं) पर अवतरित होकर अनेक चमत्कार दिखाती हैं जिनपर सुनकर यकीन नही होता।
- बटखेंम कालिंका माता मुट्ठी में भीगे हुए चावल लेकर उससे उसी समय हरा पौधा बना देती हैं, यहां आने वाले भक्तों को अपनी समस्या दुःख – दर्द माता को बताने की आवश्कता नहीं होती बल्कि माता स्वयं ही डोली से समस्या और उसका निवारण कर देती हैं।
- इतना ही नही निः संतान दंपत्ति, संतान प्राप्ति के लिए यहां अनेक लोग आते हैं।
बटखेम मां काली के मंदिर में
मंदिर के विषय में कहा जाता है की आप जो भी कहेंगे वह आपको करना होता है यदि आप नही करेंगे तो माता रूष्ट भी हो जाती हैं।