Daat Kali Mandir Dehradun Hindi story history path kahani daat kali mandir डाट काली मंदिर हिंदी काली मंदिर
डाट काली मंदिर देहरादून से 14 किमी. की दूरी पर स्थित बड़ा सुंदर और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थान है अंग्रेजो को भी यहां शीश झुकाना पड़ा था गोरखा सेनापति ने भी नजदीक में की थी मंदिर स्थापना
डाट काली मंदिर Daat Kali mandir
डाट काली मंदिर को काली मंदिर एवं सिद्ध मनोकामना मंदिर के नाम से भी जाना जाता है यहां नवरात्रि के समय भक्तों की भीड़ अत्यधिक लग जाती है, मंदिर में स्थानीय लोगो की बेहद श्रद्धा है एवं यहां सालभर दर्शन के लिए श्रद्धालु आते रहते हैं मंदिर सड़क के ठीक बगल में स्थित है।
डाट काली मंदिर मार्ग Way to Dat kali mandir
सड़क मार्ग से डाट काली मंदिर तक पहुंचने के लिए आप उत्तराखण्ड के जिस भी जगह से हैं आपको नीचे दिए जिलों से होते हुए रास्तों (जिल्लों) के नाम को फॉलो करना होगा
कुमाऊं – अल्मोड़ा – चमोली – रुद्रप्रयाग – पौड़ी – टिहरी – ऋषिकेश – देहरादून
हवाई मार्ग काली मंदिर By Air Kali mandir
देहरादून यहां आप जल्दी भी पहुंच सकते हैं बस जौलीग्रांट एयरपोर्ट का टिकट बुक कीजिए और आप देहरादून में हैं।
ट्रेन मार्ग से काली मंदिर By train Kali mandir Dehradun
डाट काली मंदिर पहुंचने के लिए आप चाहें तो ट्रेन की टिकट बुक कर भी पहुंच सकते हैं जिससे आप आसानी से देहरादून में पहुंच जाएंगे ।
देहरादून में पहुंचने के बाद आपको काली मंदिर पहुंचने के लिए कैब आप आसानी से कर सकते हैं फिर आपको सड़क के ठीक बगल में रायपुर की ओर यह मंदिर दिख जायेगा जिस पर मंदिर के सामने से गुजरते हुए आसानी से नजर पड़ जाती है साथ ही मंदिर के आगे चौपाल भी है जिसमें से होते हुए आप मंदिर तक पहुंच जाएंगे।
डाट काली मंदिर कहानी Daat kali Temple Story
डाट मंदिर देहरादून से जुड़ी अनेक कथाएं प्रचलित हैं एवं काली मंदिर में लोगों की बहुत अधिक श्रद्धा है जिसका प्रभाव नवरात्रों में आसानी से देखने को मिलता है जब यहां दर्शन के लिए लंबी लाइन लग जाती है इसकी वजह यहां का इतिहास है को काफी रोचक है
काली मंदिर देहरादून दिव्या ज्योति
काली मंदिर देहरादून के बारे में एक विशेष तथ्य यह है कि कहते हैं की इस मंदिर एक दिव्य ज्योति जलती है जो काफी समय से जल रही है एवं यहां आप किसी भी मंगलवार से 11 दिन का पाठ मां डाट काली का करेंगे तो आप कष्ट ना हर लेगी।
डाट काली मंदिर से जुड़ी कहानियां Daat kali mandir story
डाट काली मंदिर को काली मंदिर और मनोकामना सिद्धपीठ के नाम भी जाना जाता है मान्यता है कि मंदिर का निर्माण 13 वीं शताब्दी में 1804 में हुआ था तब के बारे में कहा जाता है कि जो मूर्ति आज मंदिर में स्थापित है वह एक इंजिनियर के स्वप्न में आयी जिसके बाद उस इंजिनियर ने वह मूर्ति महंत सुखवीर गुसैन को मूर्ति दी जो आज भी मंदिर में स्थापित है और इसी वजह से मंदिर आज डाट काली मंदिर के नाम से जानी जाती है, कहते हैं कि इसी मंदिर के निकट आज भी माता का शेर सोने के कड़े को धारण किए घूमता रहता है।
भद्रकाली मंदिर Bhadrakali mandir
भद्रकाली मंदिर, डाट काली मंदिर के निकट स्थित है कहा जाता है कि इस मंदिर को गोरखा सेनापति बलभद्र थापा ने की
अंग्रेजो से जुड़ी काली मंदिर की कहानी Kali mata mandir story related to English mans
काली मंदिर की एक कहानी अंग्रेजो से भी जुड़ी है जिसमें कहा गया है कि एक बार जब अंग्रेजो को यहां सुरंग बनानी थी पर सुरंग का कार्य पूरा ना हो सका तो अंग्रेजों ने यहीं पूजा की थी।
डाट काली मंदिर से जुड़े सुझाव suggestions related to Dat Kali Mandir
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