google.com, pub-3351330411347785, DIRECT, f08c47fec0942fa0 1.5G unlimited देशभक्ति शायरी हिन्दी - Uttarakhand HuB

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देशभक्ति शायरी कहते हैं भरा नहीं जो भावों से बहती उसमे रसधार नहीं वो हृदय नहीं वो पत्थर है जिसमें देशप्रेम का भाव नहीं, मित्रो देश के लिए कुछ भी करने वालों के लिए नीचे शायरी लिखी गई है पसन्द आए तो शेयर करना ना भूलें

नई देशभक्ति शायरी Latest Deshbhakti shayri

मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए

बस अमन से भरा यह वतन चाहिए

जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए

और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये

 

यदि प्रेरणा शहीदों से नहीं लेंगे तो

ये आजादी ढलती हुई साँझ हो जायेगी

और पूजे न गए वीर तो

सच कहता हूँ कि नौजवानी बाँझ हो जायेगी।।

हिन्दी देशभक्ति स्टेटस शायरी Status shayari

भरा नही जो भावों से बहती जिसमें रसधार नही,

हृदय नही वह पत्थर हैं, जिसमें स्वदेश का प्यार नहीं।।

 

दिलों की नफरत को निकालो

वतन के इन दुश्मनों को मारो

ये देश है खतरे में ए -मेरे -हमवतन

भारत माँ के सम्मान को बचा लो

 

करता हूँ गुज़ारिश हर रोज़ भारत माँ से मैं,

हर जन्म मिले तेरी देश की मिट्टी में मुझे।।

 

वतन की मोहब्बत में खुद को तपाये बैठे है,

मरेगे वतन के लिए शर्त मौत से लगाये बैठे हैं!

 

जो अब तक ना खौला वो खून नही पानी हैं,

जो देश के काम ना आये वो बेकार जवानी हैं।।

 

खुशनसीब हैं वो जो वतन पर मिट जाते हैं,

मरकर भी वो लोग अमर हो जाते हैं,

करता हूँ उन्हें सलाम ए वतन पे मिटने वालों,

तुम्हारी हर साँस में तिरंगे का नसीब है बस्ता।।

वीरों की शायरी जोश शायरी

गीले चावल में शक्कर क्या गिरी,

तुम भिखारी खीर समझ बैठे।

चंद कुत्तो ने पाकिस्तान जिंदाबाद क्या बोला,

तुम कश्मीर को अपने बाप की ज़ागीर समझ बैठे।।

 

इस वतन के रखवाले हैं हम

शेर ए जिगर वाले हैं हम

मौत से हम नहीं डरते

मौत को बाँहों में पाले हैं हम

वन्दे मातरम

 

खुशनसीब हैं वो जो वतन पर मिट जाते हैं,

मरकर भी वो लोग अमर हो जाते हैं,

करता हूँ उन्हें सलाम ए वतन पे मिटने वालों,

तुम्हारी हर साँस में तिरंगे का नसीब बसता है।।

 

इस वतन के रखवाले हैं हम

शेर ए जिगर वाले हैं हम

मौत से हम नहीं डरते

मौत को बाँहों में पाले हैं हम

वन्दे मातरम।।

देशभक्ति शायरी हिंदी Deshbhakti shayari hindi

अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं,

सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं..!!

 

वतन हमारा ऐसा कोई ना छोड पाये,

रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये,

दिल एक है जान एक है हमारी,

हिन्दुस्तान हमारा है यह शान हैं हमारी।।

 

भारतमाता तुम्हें पुकारे आना ही होगा,

कर्ज अपने देश का चुकाना ही होगा,

दे करके कुर्बानी अपनी जान की,

तुम्हे मरना भी होगा मारना भी होगा।

 

जब आँख खुले तो धरती हिन्दुस्तान की हो:

जब आँख बंद हो तो यादेँ हिन्दुस्तान की हो:

हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन,

मरते वक्त मिट्टी हिन्दुस्तान की हो।

school speech shayari विद्यालय भाषण शायरी

भारत माता तुम्हें पुकारे आना ही होगा

कर्ज अपने देश का चुकाना ही होगा

दे करके कुर्बानी अपनी जान की

तुम्हे मरना भी होगा मारना भी होगा।।

 

दिलों की नफरत को निकालो,

वतन के इन दुश्मनों को मारो,

ये देश है खतरे में ए -मेरे -हमवतन,

भारत माँ के सम्मान को बचा लो!!

 

लिख रहा हूँ मैं अंजाम, जिसका कल आगाज आएगा,

मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा।।

 

आओ झुक कर करें सलाम उन्हें,

जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,

कितने खुशनसीब हैं वो लोग,

जिनका खून वतन के काम आता हैं

 

इस तिरंगे को कभी मत तुम झुकने देना,

देश की बढ़ती शान को तुम कभी न रुकने देना,

यही अरमान है बस अब इस दिल में, कि ऐसे ही आगे तुम बढ़ते रहना।

 

ना सरकार मेरी है ना रौब मेरा है,

ना बड़ा सा नाम मेरा है,

मुझे तो एक छोटी सी बात का गौरव है,

मै हिन्दुस्तान का हूँ और हिन्दुस्तान मेरा है।

जय हिन्द

 

मेरा दिल मेरी धड़कन मेरी जान हो तुम

अब तो मेरे वजूद की पहचान हो तुम

ए मेरे भारत देश महान हो तुम महान हो तुम।

देशभक्ति वाली हिन्दी शायरी Patriotic hindi shayari

इस देश की हिफाज़त ही मेरा ईमान है,

मेरे वतन में ही बसती मेरी जान है,

भारत देश पर कुर्बान है मेरा सब कुछ,

मेरा देश ही मेरी असली पहचान है।

 

शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,

वतन पे मरने वालों का यही बाकी निशां होगा।

कुर्बानी शायरी देशभक्तों के लिए

अनेकता में एकता ही इस देश की शान है,

इसीलिए तो मेरा भारत सबसे महान है।

 

मैं अपने देश का हरदम सम्मान करता हूँ

यहाँ की मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ

मुझे डर नहीं है अपनी मौत से

तिरंगा बने कफ़न मेरा, यही अरमान रखता हूँ।

 

किसी गजरे की खुशबु को महकता छोड़ आया हूँ

मेरी नन्ही सी चिड़िया को चहकता छोड़ आया हूँ

मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ

मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ !

देशभक्ति कविता Deshbhakti kavita poem

चाहता हूँ कोई नेक काम हो जाए।

मेरी हर साँस देश के नाम हो जाए।।

 

नफरत की भावना को भी बड़े प्यार से सहते है,

ये देश नहीं मेरी जान है,

जिसे हिन्दुस्तान कहते है।

 

वतन की मोहब्बत दिल में दबाये बैठे है

मरेगे वतन के लिए शर्त शहादत से लगाये बैठे हैं!

 

मैं मुल्क की हिफाजत करूँगा ये मुल्क

मेरी जान है इसकी रक्षा के लिए मेरा

दिल और जान कुर्बान है !

watan shayari वतन शायरी

लिख रहा हूँ मैं अंजाम जिसका कल आगाज आएगा

मेरे लहू का हर एक कतरा इंकलाब लाएगा !

 

मुझे ना तन चाहिए ना धन चाहिए बस अमन से भरा यह वतन चाहिए

जब तक जिन्दा रहूं इस मातृ-भूमि के लिए और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये !

 

तीन रंग का नही वस्त्र,

ये ध्वज देश की शान है,

हर भारतीय के दिलो का स्वाभिमान है,

यही है गंगा, यही है हिमालय,

 

यही हिन्द की जान है,

और तीन रंगों में रंगा हुआ ये अपना हिन्दुस्थान न।

 

वो जिंदगी ही क्या जिसमे

मोहब्बत वतन की सिमटी न हो,

वो मौत ही क्या जो तिरंगे में लिपटी न हो।

 

आओ झुक कर सलाम करे उनको,

जिनके हिस्से में ये मुकाम आता है,

खुशनसीब होता है वो खून,

जो देश के काम आता है।

 

भारत का वीर जवान हूँ मैं,

ना हिन्दू, ना मुसलमान हूँ मैं,

जख्मो से भरा सीना हैं मगर,

दुश्मन के लिए चट्टान हूँ मैं,

भारत का वीर जवान हूँ मैं।।

 

दिल में जूनून आँखों में देशभक्ति की चमक रखता हूँ,

दुश्मन की जान निकल जाए आवाज में इतनी दमक रखता हूँ।

 

कर हौसले बुलंद जबान, तेरे पीछे है अवाम,

दुश्मनो को मार गिराएंगे, जो हमसे देश बटबायेंगे।।

 

गूँजे कहीं पर शंख,

कही पे अजाँ हैं,

बाइबिल है, ग्रन्थ साहब है,

गीता का ज्ञान हैं,

दुनिया में खी और यह मंजर नसीब नही,

दिखाओ जमाने को यह हिन्दुस्तान हैं।।

 

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