Rajneesh singh lingwan Devprayag assembly youth leader social worker ex. secretary HNBGU srinagar garhwal देवप्रयाग विधानसभा से पूर्व महासचिव हे. न. ग. विश्वविध्यालय श्रीनगर एवं सामजिक कार्यकर्त्ता रजनीश सिंह लिंगवाण
देवप्रयाग विधानसभा उत्तराखण्ड की महत्वपुर्ण विधानसभा में से एक है जहाँ की भागीरथी और अलकनन्दा नदी मिलकर माँ गंगा के नाम से जानी जाती हैं इसी विधानसभा के छोटे से गाँव के रहने वाले हैं सामाजिक कार्यकर्त्ता एवं पूर्व महासचिव हे.न.ब. गढ़वाल विश्वविद्यालय, श्रीनगर गढ़वाल के रजनीश सिंह लिंगवाण |
रजनीश सिंह लिंगवाण Rajneesh singh lingwan
रजनीश सिंह लिंगवाण देवप्रयाग विधानसभा के कीर्तिनगर ब्लॉक के लोस्तु बड़ियागढ़ में ग्राम कांडा के निवासी हैँ प्राथमिक शिक्षा गाँव के ही विद्यालय सुभाष शिशु मंदिर, अछरीखुण्ट से हुआ है। जिसके उपरांत रजनीश सिंह लिंगवान का चयन प्रदेश के जाने माने नवोदय विद्यालय जवाहर लाल नवोदय विद्यालय में हुआ यह चयन परीक्षा (JNVST) का ध्येय सर्वश्रेष्ठ ग्रामीण प्रतिभाओं को आगे लाने का होता है इसके बाद छठवीं से दसवीं तक की पढ़ाई जवाहर नवोदय विद्यालय पौखाल से हुई एवं कक्षा ग्यारवीं बारहवीं की पढ़ाई वाणिज्य विषय की पढाई भी जवाहर नवोदय विद्यालय उत्तरकाशी से हुयी 12वी के बाद उच्च शिक्षा के लिये रजनीश जी अन्य बालको की तरह ही नजदीकी श्रीनगर के केन्द्रीय विश्वविध्यालय में आये जिसके बाद हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ़ कॉमर्स (B.com) 2012-2015 तथा मास्टर ऑफ़ कॉमर्स (M.com) 2015-2017 मे अपनी स्नातकोत्तर की शिक्षा पूर्ण की |
रजनीश सिंह लिंगवाण की पारिवारिक पृष्ट भूमि Rajneesh singh lingwan Family background
रजनीश सिंह लिंगवाण सामान्य परिवार से तालुक रखते हैं, वे परिवार से गरीब लेकिन दिल से अमीर, परिवार सादा जीवन जीता है, लेकिन कुछ करने की जिज्ञासा के साथ उन्होंने ठान लिया की अपने क्षेत्रवाशियो के लिये कुछ न कुछ करना है जिसके बाद यहीं से उनकी यहीं से आगे की राजनितिक और सामाजिक कार्यकर्त्ता बनने की कहानी शुरू हुई, कहते हैं जिन्हें कुछ करना होता है वो इन्तेजार नही करते बस मेहनत में जुट जाते हैं जिसके बाद उन्होंने अपने लोगों और अपने गांवों के लिए कुछ नया करने की ठानी, वे कहते हैं की उनको प्रेरणा अपने दादाजी से मिली जो की बचन सिंह लिंगवाण का स्वतंत्रता सेनानी रहे हैं।
माँ चन्द्रबदनी
रजनीश सिंह लिंगवाण मानते हैं कि बड़ा बदलाव कड़ी मेहनत से आयेगा, लेकिन आज के समय में गांव के लोगों के लिए राजनीतिक नीतियों को बदलने की जरूरत है, देवप्रयाग के लोगों के लिए अपनी प्रेरणा और समर्पण को आगे बढ़ाने के लिए छात्र जीवन में ही आपने राजनीति में कदम रखा और यह कदम सफल भी हुआ|
जिसमे 2014 में , हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय में छात्रसंघ महासचिव के दावेदारी पेश की इस विषय में वे कहते हैं भले ही पैसे से गरीब थे लेकिन दिल के अमीर थे छात्रों, शिक्षा और प्रशासन के लिए अच्छा काम कर छात्रों के बीच लोकप्रिय बने और विजय प्राप्त हुई छात्र जीवन में आपने छात्रों की मांगों को हमेशा से ऊपर रखा और उनके लिए कार्य करते गए इसी में वे आगे कहते हैं की छात्र अहम कडी हैं ग्रामीण और शहरी छात्रों के जीवन में बडा अंतर होता है ग्रामीण छात्र पहले घर का काम, खेत, जंगल का कार्य करते हैं फिर स्कूल पहुचते हैं वो भी काफी दूर होता है और कोरोना के बाद से स्थिति और भी दयनीय हो गयी है |
देवप्रयाग विधानसभा में स्थनीय स्तर पर किये गये कार्य Devprayag vidhan sabha local work by rajneesh
रजनीश सिंह लिंगवाण का स्थानीय लोगों के लिए प्रयास सराहनीय है जिसमे की सामाजिक कार्यो रजनीश सिंह लिंगवाण की भागीदारी रही जिसमे कभी अगर आन्दोलन की भी जरुरत पढ़ी तो आप उसमे भी पीछे नही रहे वे कन्धे से कन्धा मिलकर जनता के साथ खड़े रहे:-
- खेल कूद में प्रोत्साहित करना,
- ब्लड डोनेशन,
- मेडिकल कैम्प सभी में आपकी समय समय पे हिस्सेदारी रही।आपने
- अवैध शराब बंदी के लिए आंदोलन किया चाहे वह मंदिरों, स्कूलों और अन्य अनुचित स्थानों के पास या फिर देवप्रयाग , बड़ियागढ़ क्षेत्र हो आपने हर जगह शराब का विरोध किया साथ ही, आपने युवाओं को शराब के कारण और स्वास्थ्य समस्याओं के लिए शिक्षित किया ।आप पहले प्रकृति में विश्वास करते हैं ,
- स्टोन क्रेसर से हो रहे, प्रकृति और कृषि भूमि का विनाश समस्याओं के लिए लोगों शिक्षित किया और आपने आपने क्षेत्र के लोगो के साथ हमेशा खड़े रहे और साथ मिलकर आंदोलन किया है और करते भी रहेंगे ।
- देश के सर्वोच्च इंस्टिट्यूट इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मंडी (IIT Mandi) हिमाचल प्रदेश में गए आपने अपनी बात वहाँ के एक प्रोफेसर को बताई और उन्होंने आपकी सामाजिक रुचि को देखते हुए अपने साथ काम करने और सिखने का मौका दिया काम करने और सिखने के दौरान आपने उपलब्धियाँ प्राप्त की जिनमे से आपने हिमाचल के पहला कृषि जैव प्रौद्योगिकी आधारित माइक्रोग्रीन स्टार्टअप की शुरुआत कर कोफ़ाउंडर टीम का हिस्सा बने, माइक्रोग्रीन स्टार्टअप -आईआईटी मंडी के तहत सफलतापूर्वक इनक्यूबेट किया गया, साथ ही हिमाचल सरकार द्वारा सतत अनुदान दीया गया । बाद में , माइक्रोग्रीन स्टार्टअप, भारत के राष्ट्रपति भवन में नवप्रवर्तन और उद्यमिता उत्सव (FINE 2018) के लिए चुने गया [ Festival of Innovation and Entrepreneurship ( FINE 2018) in president house of India]
- इसके बाद रजनीश सिंह लिंगवाण ने दूसरा स्टार्टअप की शुरुआत की जिसमें आपने ग्रामीणों के साथ मिलकर काम किया जिससे कि ग्रामीणों की आय में सुधार हुआ और साथ साथ में उनको परिशिक्षण दिया गया शुरुआत में 10 औषधि पौधों काम किया जिससे आपने 7 प्रकार की औषदीय चाय, 5 प्रकार का काढ़ा तैयार किया गया जो कि अलग अलग तरीक़े से फायदेमंद होती है । यह औषदीय चाय , काढ़ा आई आई टी मंडी के लैब में शोध कर के तैयार किया गया ।आगे चलकर यह उद्योग ग्रामीणों की आय का एक स्रोत बना और आज भी चल आ रहा है। देवप्रयाग के लोगों के लिए, आप उसी स्टार्टअप मॉडल तकनीक को दोहराने के लिए काम कर रहे हैं
महामृत्युंजय महादेव शिव मन्दिर देवधुरा, चमोली
Nice keep it up
dhanyawad